जानिए हिन्दू नववर्ष आप सभी के लिए कैसा रहेगा

🕉श्री हरिराम बाबा नमः 🚩
🗓दैनिक पञ्चाङ्ग🗓
🌻गुरूवार, ३१ मार्च २०२२🌻
सूर्योदय: 🌄 ०६:१५
सूर्यास्त: 🌅 ०६:३२
चन्द्रोदय: 🌝 ❌️❌️❌️
चन्द्रास्त: 🌜१७:४६
अयन 🌕 उत्तरायने (उत्तरगोलीय
ऋतु:  🌿 बसंत
शक सम्वत: 👉 १९४३ (प्लव)
विक्रम सम्वत: 👉 २०७८ (राक्षस)
मास 👉 चैत्र 
पक्ष 👉 कृष्ण
तिथि 👉 चतुर्दशी (१२:२२ तक)
नक्षत्र 👉 पूर्वाभाद्रपद (१०:३१ तक)
योग 👉 शुक्ल (११:०८ तक)
प्रथम करण 👉 शकुनि (१२:२२ तक)
द्वितीय करण 👉 चतुष्पाद (२४:०४ तक)

               ॥ गोचर ग्रहा: ॥ 
               🌖🌗🌖🌗

सूर्य   🌟 मीन 
चंद्र    🌟 मीन 
मंगल 🌟 मकर (उदित, पश्चिम, मार्गी)
बुध   🌟 मीन (अस्त, पश्चिम, मार्गी)
गुरु   🌟 कुंम्भ (उदित, पूर्व, मार्गी)
शुक्र  🌟 कुम्भ (उदित, पूर्व, वक्री)
शनि  🌟 मकर (उदित, पूर्व, मार्गी)
राहु   🌟 वृष
केतु   🌟 वृश्चिक

         (दैनिक चौघड़िया मुहूर्त)

अभिजित मुहूर्त 👉 ११:५६ से १२:४६
अमृत काल 👉 २९:५० से ०७:२७ 
विजय मुहूर्त 👉 १४:२६ से १५:१६
गोधूलि मुहूर्त 👉 १८:२२ से १८:४६
सायाह्न सन्ध्या 👉 १८:३५ से १९:४४
निशिता मुहूर्त 👉 २३:५८ से २४:४४
राहुकाल 👉 १३:५५ से १५:२८
राहुवास 👉 दक्षिण
यमगण्ड 👉 ०६:०८ से ०७:४१
होमाहुति 👉 केतु (१०:३१ तक)
दिशाशूल 👉 दक्षिण
नक्षत्र शूल 👉 दक्षिण (१०:३१ तक)
अग्निवास 👉 पृथ्वी
चन्द्रवास 👉 उत्तर
शिववास 👉 श्मशान में (१२:२२ से गौरी के साथ)

☄चौघड़िया विचार
॥ दिन का चौघड़िया ॥ 
१ - शुभ      २ - रोग
३ - उद्वेग     ४ - चर
५ - लाभ     ६ - अमृत
७ - काल     ८ - शुभ
॥रात्रि का चौघड़िया॥ 
१ - अमृत     २ - चर
३ - रोग        ४ - काल
५ - लाभ      ६ - उद्वेग
७ - शुभ       ८ - अमृत
नोट-- दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

              (शुभ यात्रा दिशा)

🚌🚈🚗⛵🛫
उत्तर-पश्चिम (दही का सेवन कर यात्रा करें)


              (उदय-लग्न मुहूर्त)

मीन - २९:२७ से ०६:५०
मेष - ०६:५० से ०८:२४
वृषभ - ०८:२४ से १०:१९
मिथुन - १०:१९ से १२:३३
कर्क - १२:३३ से १४:५५
सिंह - १४:५५ से १७:१४
कन्या - १७:१४ से १९:३२
तुला - १९:३२ से २१:५३
वृश्चिक - २१:५३ से २४:१२
धनु - २४:१२ से २६:१६
मकर - २६:१६ से २७:५७
कुम्भ - २७:५७ से २९:२३

           (पञ्चक रहित मुहूर्त)

रोग पञ्चक - ०६:०८ से ०६:५०
चोर पञ्चक - ०६:५० से ०८:२४
शुभ मुहूर्त - ०८:२४ से १०:१९
रोग पञ्चक - १०:१९ से १०:३१
शुभ मुहूर्त - १०:३१ से १२:२२
मृत्यु पञ्चक - १२:२२ से १२:३३
अग्नि पञ्चक - १२:३३ से १४:५५
शुभ मुहूर्त - १४:५५ से १७:१४
रज पञ्चक - १७:१४ से १९:३२
शुभ मुहूर्त - १९:३२ से २१:५३
चोर पञ्चक - २१:५३ से २४:१२
शुभ मुहूर्त - २४:१२ से २६:१६
रोग पञ्चक - २६:१६ से २७:५७
शुभ मुहूर्त - २७:५७ से २९:२३
मृत्यु पञ्चक - २९:२३ से ३०:०७


   (जानिए हिंदू नववर्ष कैसा रहेगा)

1500 साल बाद अति दुर्लभ योग में शुरू होगा हिंदू नववर्ष, कौन-सा ग्रह रहेगा इस साल का राजा और कौन मंत्री?
धर्म ग्रंथों के अनुसार, चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से हिंदू नववर्ष (Hindu New Year 2079) का आरंभ होता है। इस बार ये तिथि 2 अप्रैल, शनिवार को है। इसी दिन से हिंदू नववर्ष 2079 की शुरूआत होगी। इस संवत्सर का नाम नल है।
 इस बार हिंदू नववर्ष का आरंभ शनिवार से हो रहा है, इसलिए इसके राजा शनिदेव रहेंगे। वहीं मंत्री देवगुरु बृहस्पति रहेंगे। ज्योतिषियों के अनुसार, जब शनि राजा और गुरु के मंत्री होने से देश में उत्पात और अव्यवस्था तो बढ़ेगी, लेकिन विद्वानों की सलाह से कम होती जाएगी। इस दौरान धार्मिक कार्य बढ़ेंगे। शिक्षा का स्तर भी बढ़ेगा। इस बार हिंदू नववर्ष की शुरूआत रेवती नक्षत्र और तीन राजयोगों में हो रहा है, ये भी एक शुभ संकेत है। 
  31 मार्च से 27 अप्रैल तक कुंभ राशि में रहेगा शुक्र ग्रह, जानिए किस राशि पर कैसा होगा असर

1500 साल बाद अति बन रहा है ये अति दुर्लभ योग
 इस साल नए साल की शुरुआत में मंगल अपनी उच्च राशि यानी मकर में रहेगा, वहीं राहु-केतु भी अपनी उच्च राशि (वृषभ और वृश्चिक) में रहेंगे। शनि पर

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