दैनिक पञ्चांग,, दैनिक चौघड़िया मुहूर्त
🕉श्री हरिराम बाबा नमः 🚩
🗓 दैनिक पञ्चांग🗓
🌻शनिवार, १४ मई २०२२🌻
सूर्योदय: 🌄 ०५:३६
सूर्यास्त: 🌅 ०६:५५
चन्द्रोदय: 🌝 १७:०८
चन्द्रास्त: 🌜२८:३९
अयन 🌕 उत्तरायने (उत्तरगोलीय
ऋतु: 🌞 ग्रीष्म
शक सम्वत: 👉 १९४४ (शुभकृत)
विक्रम सम्वत: 👉 २०७९ (नल)
मास 👉 वैशाख
पक्ष 👉 शुक्ल
तिथि 👉 त्रयोदशी (१५:२२ तक)
नक्षत्र 👉 चित्रा (१७:२८ तक)
योग 👉 सिद्धि (१२:५९ तक)
प्रथम करण 👉 तैतिल (१५:२२ तक)
द्वितीय करण 👉 गर (२६:०७ तक)
॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 वृष
चंद्र 🌟 तुला (०६:११ से)
मंगल 🌟 कुम्भ (उदित, पश्चिम, मार्गी)
बुध 🌟 वृष (अस्त, पश्चिम, वक्री)
गुरु 🌟 मीन (उदित, पूर्व, मार्गी)
शुक्र 🌟 मीन (उदित, पूर्व, वक्री)
शनि 🌟 कुम्भ (उदित, पूर्व, मार्गी)
राहु 🌟 मेष
केतु 🌟 तुला
(दैनिक चौघड़िया मुहूर्त)
अभिजित मुहूर्त 👉 ११:४६ से १२:४१
अमृत काल 👉 ११:२५ से १२:५६
सर्वार्थसिद्धि योग 👉 १७:२८ से २९:२३
रवियोग 👉 १७:२८ से २९:२३
विजय मुहूर्त 👉 १४:३० से १५:२४
गोधूलि मुहूर्त 👉 १८:४९ से १९:१३
सायाह्न सन्ध्या 👉 १९:०३ से २०:०५
निशिता मुहूर्त 👉 २३:५२ से २४:३४
राहुकाल 👉 ०८:४९ से १०:३१
राहुवास 👉 पूर्व
यमगण्ड 👉 १३:५६ से १५:३८
होमाहुति 👉 शनि - १७:२८ तक
दिशाशूल 👉 पूर्व
अग्निवास 👉 आकाश
चन्द्रवास 👉 दक्षिण (पश्चिम ०६:१३ से)
शिववास 👉 नन्दी पर (१५:२२ भोजन में)
☄चौघड़िया विचार☄
॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ - काल २ - शुभ
३ - रोग ४ - उद्वेग
५ - चर ६ - लाभ
७ - अमृत ८ - काल
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ - लाभ २ - उद्वेग
३ - शुभ ४ - अमृत
५ - चर ६ - रोग
७ - काल ८ - लाभ
नोट-- दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
(शुभ यात्रा दिशा)
🚌🚈🚗⛵🛫
पश्चिम-दक्षिण (वायविडिंग अथवा तिल मिश्रित चावल का सेवन कर यात्रा करें)
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