दैनिक पञ्चांग,, दैनिक चौघड़िया मुहूर्त
🕉श्री हरिराम बाबा नमः
🗓दैनिक पञ्चाङ्ग🗓
🌻मंगलवार, १७ मई २०२२🌻
सूर्योदय: 🌄 ०५:३४
सूर्यास्त: 🌅 ०६:५७
चन्द्रोदय: 🌝 २०:४१
चन्द्रास्त: 🌜०६:०५
अयन 🌕 उत्तरायने (उत्तरगोलीय
ऋतु: 🌞 ग्रीष्म
शक सम्वत: 👉 १९४४ (शुभकृत)
विक्रम सम्वत: 👉 २०७९ (नल)
मास 👉 ज्येष्ठ
पक्ष 👉 कृष्ण
तिथि 👉 प्रतिपदा (०६:२५ तक)
नक्षत्र 👉 अनुराधा (१०:४६ तक)
योग 👉 शिव (२२:३८ तक)
प्रथम करण 👉 कौलव (०६:२५ तक)
द्वितीय करण 👉 तैतिल (१६:४३ तक)
॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 वृष
चंद्र 🌟 वृश्चिक
मंगल 🌟 कुम्भ (उदित, पश्चिम, मार्गी)
बुध 🌟 वृष (अस्त, पश्चिम, वक्री)
गुरु 🌟 मीन (उदित, पूर्व, मार्गी)
शुक्र 🌟 मीन (उदित, पूर्व, वक्री)
शनि 🌟 कुम्भ (उदित, पूर्व, मार्गी)
राहु 🌟 मेष
केतु 🌟 तुला
(दैनिक चौघड़िया मुहूर्त)
अभिजित मुहूर्त 👉 ११:४६ से १२:४१
अमृत काल 👉 २४:१९ से २५:४५
विजय मुहूर्त 👉 १४:३० से १५:२५
गोधूलि मुहूर्त 👉 १८:५१ से १९:१५
सायाह्न सन्ध्या 👉 १९:०५ से २०:०६
निशिता मुहूर्त 👉 २३:५३ से २४:३४
राहुकाल 👉 १५:३९ से १७:२२
राहुवास 👉 पश्चिमअग्निवास
यमगण्ड 👉 ०८:४८ से १०:३१
होमाहुति 👉 चन्द्र (१०:४६ तक)
दिशाशूल 👉 उत्तर
नक्षत्रशूल 👉 पूर्व (१०:४६ से)
अग्निवास 👉 पृथ्वी (०६:२५ तक)
चन्द्रवास 👉 उत्तर
शिववास 👉 गौरी के साथ (०६:२५ से सभा में,२७:०० से क्रीड़ा में)
☄चौघड़िया विचार☄
॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ - रोग २ - उद्वेग
३ - चर ४ - लाभ
५ - अमृत ६ - काल
७ - शुभ ८ - रोग
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ - काल २ - लाभ
३ - उद्वेग ४ - शुभ
५ - अमृत ६ - चर
७ - रोग ८ - काल
नोट-- दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
(शुभ यात्रा दिशा)
🚌🚈🚗⛵🛫
उत्तर-पश्चिम (धनिया अथवा दलिया का सेवन कर यात्रा करें)
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