दैनिक पञ्चांग, दैनिक चौघड़िया मुहूर्त
🕉श्री हरिराम बाबा नमः 🚩
🗓 दैनिक पञ्चाङ्ग🗓
🌻बुधवार, १८ मई २०२२🌻
सूर्योदय: 🌄 ०५:३४
सूर्यास्त: 🌅 ०६:५८
चन्द्रोदय: 🌝 २१:५२
चन्द्रास्त: 🌜०६:५९
अयन 🌕 उत्तरायने (उत्तरगोलीय
ऋतु: 🌞 ग्रीष्म
शक सम्वत: 👉 १९४४ (शुभकृत)
विक्रम सम्वत: 👉 २०७९ (नल)
मास 👉 ज्येष्ठ
पक्ष 👉 कृष्ण
तिथि 👉 तृतीया (२३:३६ तक)
नक्षत्र 👉 ज्येष्ठा (०८:१० तक)
योग 👉 सिद्ध (१८:४५ तक)
प्रथम करण 👉 वणिज (१३:१७ तक)
द्वितीय करण 👉 विष्टि (२३:३६ तक)
॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 मेष
चंद्र 🌟 धनु (०८:०९ से)
मंगल 🌟 कुम्भ (उदित, पश्चिम, मार्गी)
बुध 🌟 वृष (अस्त, पश्चिम, वक्री)
गुरु 🌟 मीन (उदित, पूर्व, मार्गी)
शुक्र 🌟 मीन (उदित, पूर्व, वक्री)
शनि 🌟 कुम्भ (उदित, पूर्व, मार्गी)
राहु 🌟 मेष
केतु 🌟 तुला
( दैनिक चौघड़िया मुहूर्त )
अभिजित मुहूर्त 👉 ❌️❌️❌️
अमृत काल 👉 २३:५४ से २५:२०
विजय मुहूर्त 👉 १४:३१ से १५:२६
गोधूलि मुहूर्त 👉 १८:५१ से १९:१५
सायाह्न सन्ध्या 👉 १९:०५ से २०:०७
निशिता मुहूर्त 👉 २३:५३ से २४:३४
राहुकाल 👉 १२:१३ से १३:५६
राहुवास 👉 दक्षिण-पश्चिम
यमगण्ड 👉 ०७:०५ से ०८:४८
होमाहुति 👉 मंगल
दिशाशूल 👉 उत्तर
नक्षत्रशूल 👉 पूर्व (०८:१० तक)
अग्निवास 👉 पृथ्वी
भद्रावास 👉 पाताल (१३:१७ से २३:३६)
चन्द्रवास 👉 उत्तर (पूर्व ०८:१० से)
शिववास 👉 क्रीड़ा में (२३:३६ कैलाश पर)
☄चौघड़िया विचार☄
॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ - लाभ २ - अमृत
३ - काल ४ - शुभ
५ - रोग ६ - उद्वेग
७ - चर ८ - लाभ
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ - उद्वेग २ - शुभ
३ - अमृत ४ - चर
५ - रोग ६ - काल
७ - लाभ ८ - उद्वेग
नोट-- दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
(शुभ यात्रा दिशा)
🚌🚈🚗⛵🛫
उत्तर-पूर्व (गुड़ अथवा दूध का सेवन कर यात्रा करें)
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