दैनिक पञ्चांग, और कामदा एकादशी व्रत पूजा विधि


🚩श्री हरिराम बाबा नम:🚩 
📜 दैनिक पंचांग 📜
  
🔅 तिथि  द्वादशी  पूर्ण रात्रि
🔅 नक्षत्र  मघा  पूर्ण रात्रि
🔅 करण  बव  05:27 PM
🔅 पक्ष  शुक्ल  
🔅 योग  शूल  +03:20 AM
🔅 वार  रविवार  
☀ सूर्य व चन्द्र से संबंधित गणनाएँ    
🔅 सूर्योदय  06:10 AM  
🔅 चन्द्रोदय  03:16 PM  
🔅 चन्द्र राशि  सिंह  
🔅 सूर्यास्त  06:39 PM  
🔅 चन्द्रास्त  +04:44 AM  
🔅 ऋतु  वसंत  
☀ हिन्दू मास एवं वर्ष    
🔅 शक सम्वत  1945  शोभकृत
🔅 कलि सम्वत  5124  
🔅 दिन काल  12:28 PM  
🔅 विक्रम सम्वत  2080  
🔅 मास अमांत  चैत्र  
🔅 मास पूर्णिमांत  चैत्र  
☀ शुभ और अशुभ समय    
☀ शुभ समय    
🔅 अभिजित  12:00:08 - 12:50:02
☀ अशुभ समय    
🔅 दुष्टमुहूर्त  04:59 PM - 05:49 PM
🔅 कंटक  10:20 AM - 11:10 AM
🔅 यमघण्ट  01:39 PM - 02:29 PM
🔅 राहु काल  05:05 PM - 06:39 PM
🔅 कुलिक  04:59 PM - 05:49 PM
🔅 कालवेला या अर्द्धयाम  12:00 PM - 12:50 PM
🔅 यमगण्ड  12:25 PM - 01:58 PM
🔅 गुलिक काल  03:32 PM - 05:05 PM
☀ दिशा शूल    
🔅 दिशा शूल  पश्चिम  
☀ चन्द्रबल और ताराबल    
☀ ताराबल  
🔅 अश्विनी, भरणी, कृत्तिका, मृगशिरा, पुनर्वसु, आश्लेषा, मघा, पूर्वा फाल्गुनी, उत्तरा फाल्गुनी, चित्रा, विशाखा, ज्येष्ठा, मूल, पूर्वाषाढ़ा, उत्तराषाढ़ा, धनिष्ठा, पूर्वाभाद्रपद, रेवती  
☀ चन्द्रबल  
🔅 मिथुन, सिंह, तुला, वृश्चिक, कुम्भ, मीन  


               (कामदा एकादशी)

कामदा एकादशी के दिन भगवान वासुदेव का पूजन करना चाहिए और इस व्रत के प्रभाव से सभी कामनाओं की पूर्ति होती है और पापों का नाश होता है।(कामदा एकादशी व्रत पूजा विधि)) इस दिन प्रात ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें एवं पवित्र होकर व्रत का संकल्प लें और वासुदेव का पूजन करें।) पूरे दिन भगवान विष्णु का स्मरण करेंएवं रात्रि में हरिनाम संकीर्तन सेवा करें।) एकादशी के अगले दिन यानी द्वादशी के दिन व्रत परायण करना चाहिए ।) एकादशी के अगले दिन ब्राह्मण को भोजन कराएं यथा शक्ति दक्षिणा दे दो उसके बाद भोजन ग्रहण करें।

Comments

Popular posts from this blog

दैनिक पंचांग,दैनिक चौघड़िया ,

दैनिक पञ्चांग

दैनिक पञ्चांग